दिल्ली में हल्ला बोलेंगे हिमाचल के बागबान, केंद्र की नीतियों के खिलाफ 9 जुलाई को प्रदर्शन

/नई दिल्ली 25 जून
🖊️ संवाददाता: इंडिया लाइव न्यूज 24×7
हिमाचल प्रदेश के सेब बागबान अब केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज़ उठाने जा रहे हैं। 9 जुलाई को देश की राजधानी दिल्ली में एक बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों से बागबान भाग लेंगे।
बागबान संगठनों ने पहले ही इस संबंध में राज्य सरकार और बागबानी मंत्री जगत सिंह नेगी को सूचित कर दिया है। किसानों का आरोप है कि केंद्र सरकार की नीतियां उनके हितों के खिलाफ जा रही हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
🗣️ राज्य मंत्री अनिरुद्ध सिंह का बयान:
प्रदेश सरकार के पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने भी बागबानों के पक्ष में खुलकर बयान दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा:
“हिमाचल के सेब बागबान आज ठगा सा महसूस कर रहे हैं। बरसों की मेहनत और सीमित संसाधनों में उगाए गए सेबों पर अब बाहर से आए सस्ते, सब्सिडी वाले सेबों का पहाड़ टूट रहा है।”
उन्होंने आगे लिखा:
> “यह नीतिगत हमला सिर्फ बाजार पर नहीं, मेहनतकश किसान के आत्मबल पर भी है।”
“जब अपनी सरकार ही विदेशी उत्पादों के पक्ष में झुक जाए तो बागबान कहां जाए?”
⚠️ क्या है मुद्दा? (Issue Breakdown):
अमेरिका और अन्य देशों से सस्ते सब्सिडी वाले सेब भारत में आ रहे हैं।
केंद्र सरकार द्वारा आयात शुल्क (Import Duty) कम करने की संभावना जताई जा रही है।
हिमाचली सेब किसानों को बाजार में टिकना मुश्किल हो रहा है।
बागबानों को डर है कि उनकी मेहनत और लागत व्यर्थ हो जाएगी।
📣 बागबानों की मांगें:
1. विदेशी सेबों पर उच्च आयात शुल्क लगाया जाए।
2. स्थानीय सेब उत्पादकों को सरकारी सब्सिडी और संरक्षण मिले।
3. चुनावी वादों को निभाया जाए, विशेष रूप से प्रधानमंत्री द्वारा किए गए।
🧭 इंडिया लाइव न्यूज 24×7 की विशेष टिप्पणी:
> “जब नीतियां मेहनत से नहीं, मुनाफे की गणना से बनें, तो किसान हमेशा हाशिए पर ही रहता है। 9 जुलाई को दिल्ली में सिर्फ बागबान नहीं, बल्कि देशभर के किसानों की पीड़ा बोलने वाली है। सवाल है — क्या सरकार सुनेगी?”