B.R.Sarena कुल्लू 14 जुलाई।
1 एचपी एयर स्क्वाड्रन एनसीसी कुल्लू ने शिमला समूह के अंतर्गत दो रॉक क्लाइम्बिंग शिविरों का सफलतापूर्वक आयोजन किया
शिमला समूह के तत्वावधान में 1 एचपी एयर स्क्वाड्रन एनसीसी, कुल्लू ने बबेली के मनोरम और चुनौतीपूर्ण प्रशिक्षण स्थल पर दो रॉक क्लाइम्बिंग शिविरों का सफलतापूर्वक आयोजन किया। ये शिविर दो बैचों में आयोजित किए गए, पहला 28 जून से 4 जुलाई और दूसरा 7 जुलाई से 13 जुलाई 2025 तक।
शिविरों में कुल 60 एनसीसी कैडेटों ने भाग लिया, जो शिमला, पटियाला, जालंधर, अमृतसर, लुधियाना, अंबाला, रोहतक और चंडीगढ़ सहित विभिन्न एनसीसी समूहों का प्रतिनिधित्व करते थे। ये शिविर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की द्वितीय बटालियन, बबेली की पेशेवर देखरेख में आयोजित किए गए, जिनके प्रशिक्षकों ने तकनीकी चढ़ाई और सुरक्षा प्रक्रियाओं में विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान किया।
शिविरों का नेतृत्व विंग कमांडर कुणाल शर्मा, 1 एचपी एयर स्क्वाड्रन एनसीसी, कुल्लू के कमांडिंग ऑफिसर, जिन्होंने कैंप कमांडेंट के रूप में कार्य किया, ने किया। उनके नेतृत्व में, कैडेटों को रॉक क्लाइम्बिंग तकनीकों जैसे गाँठ बाँधना, बेलेइंग, रैपलिंग और पर्वतीय नेविगेशन का व्यापक प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें टीम वर्क, अनुशासन और व्यक्तिगत लचीलेपन पर विशेष ध्यान दिया गया।
रॉक क्लाइम्बिंग शिविरों ने कैडेटों को आवश्यक उत्तरजीविता और साहसिक कौशल सीखने के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को चुनौती देने का एक उत्कृष्ट मंच प्रदान किया। बबेली का प्राकृतिक वातावरण कठोर किन्तु लाभदायक प्रशिक्षण अनुभव के लिए एक आदर्श पृष्ठभूमि साबित हुआ।
प्रतिभागियों ने पूरे प्रशिक्षण के दौरान अपार उत्साह, अनुशासन और सौहार्द की गहरी भावना का प्रदर्शन किया। इस पहल की कैडेटों और एनसीसी अधिकारियों ने व्यापक रूप से सराहना की, जिससे भारत के युवाओं में नेतृत्व, साहस और साहसिक भावना का पोषण करने के एनसीसी के मिशन को बल मिला।