हिमाचल में ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर सख्ती, छह महीनों में 7 लाख से अधिक चालान
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए इस वर्ष के पहले छह महीनों में रिकॉर्ड स्तर पर चालान काटे हैं। जनवरी से जून 2025 तक राज्य भर में कुल 709026 वाहनों के चालान किए गए, जिनमें से 194076 मामलों का निपटारा करते हुए करीब 19.93 करोड़ रुपये जुर्माने के रूप में वसूले गए हैं।
पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष 2024 में इसी अवधि में 412050 चालान किए गए थे, जबकि इस बार यह संख्या करीब 72% बढ़कर 7 लाख पार पहुंच गई है। इससे स्पष्ट है कि पुलिस अब और अधिक सख्ती से नियम लागू कर रही है।
प्रमुख उल्लंघनों की स्थिति:
ड्रंक एंड ड्राइव: 7693 मामले
मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाना: 6497 मामले
बिना लाइसेंस के वाहन चलाना: 9796 मामले
बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाना: 152524 मामले
तकनीक से लैस हो रही है पुलिस
सड़क सुरक्षा और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए हिमाचल पुलिस आधुनिक तकनीक का सहारा ले रही है। राज्य में विश्व बैंक द्वारा प्रायोजित सड़क सुरक्षा परियोजना और परिवहन विभाग की योजनाओं के तहत हाईटेक उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।
वर्तमान में प्रदेश के प्रमुख राजमार्गों पर 66 से अधिक एकीकृत ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) सक्रिय हैं। यातायात पुलिस एल्को सेंसर, स्पीड गन और सीसीटीवी मॉनिटरिंग जैसे उपकरणों का नियमित उपयोग कर रही है। इससे न केवल नियम तोड़ने वालों पर नजर रखी जा रही है बल्कि सड़कों को भी अधिक सुरक्षित बनाया जा रहा है।
एआईजी (TTR) विनोद कुमार ने बताया कि आने वाले समय में और अधिक तकनीकी संसाधनों को जोड़ा जाएगा ताकि ट्रैफिक कंट्रोल को और प्रभावी बनाया जा सके।