केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यपाल की “नशा मुक्त हिमाचल” मुहिम को समर्थन देने का संकल्प लिया
ईएसआईसी भी नशा विरोधी अभियान से जुड़ेगा

शिमला मदन शर्मा 27 जून, 2025
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले और खेल मंत्री श्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को राजभवन, शिमला में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से भेंट की। उनके साथ सांसद श्री एन.के. प्रेमचंद्रन और कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) के सदस्य भी उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान श्रमिकों के कल्याण संबंधी योजनाओं और राज्यपाल द्वारा संचालित प्रदेशव्यापी नशा मुक्ति अभियान की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने राज्यपाल को सम्मान स्वरूप शॉल, टोपी और स्मृति चिन्ह भेंट किया।
राज्यपाल ने केंद्रीय मंत्री एवं प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कोविड-19 महामारी के दौरान श्री मांडविया के योगदान को याद किया और श्रमिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने की उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की। राज्यपाल ने बताया कि हिमाचल में चल रहा नशा मुक्ति अभियान अब पंचायत स्तर तक पहुँच चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि सिंथेटिक ड्रग्स एक गंभीर समस्या के रूप में उभरे हैं, लेकिन अब माता-पिता और समाज के लोग स्वयं आगे आकर नशा संबंधित गतिविधियों की जानकारी दे रहे हैं और जनप्रतिनिधि भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
राज्यपाल ने बताया कि यह अभियान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से प्रारंभ किया गया और अब यह एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। राज्य के विभिन्न जिलों में व्यापक जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
इसके प्रत्युत्तर में केंद्रीय मंत्री श्री मांडविया ने कहा कि राज्यपाल श्री शुक्ल का समृद्ध राजनीतिक अनुभव हिमाचल प्रदेश को लाभ पहुँचा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भी देश में नशीले पदार्थों की अवैध तस्करी को लेकर गंभीर हैं, और हिमाचल मॉडल को देखने और समझने के उद्देश्य से उन्होंने स्वयं यह दौरा किया है।
श्री मांडविया ने यह भी आश्वासन दिया कि उनका मंत्रालय एक विशेष नशा विरोधी अभियान शुरू करेगा और ईएसआईसी को इसमें सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल के मॉडल से प्रेरणा लेकर देशभर के युवाओं में भी नशे के प्रति जागरूकता फैलाई जाएगी।
इस अवसर पर केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी एवं विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।