मां शूलिनी के राज्य स्तरीय मेले में खेला गया सोलन का पारंपरिक खेल — ठोड़ो नृत्य

📍सोलन, हिमाचल प्रदेश | 20 जून 2025:
राज्य स्तरीय मां शूलिनी मेले के अवसर पर सोलन में परंपरा और सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस बार मेले की विशेष आकर्षण का केंद्र रहा “ठोड़ो नृत्य”, जो सोलन का पारंपरिक युद्ध शैली पर आधारित लोकनृत्य है।
ठोड़ो नृत्य, जो मुख्यतः बाँस की छड़ियों से खेला जाता है, वीरता, कौशल और लोक संस्कृति का प्रतीक माना जाता है। इसमें पारंपरिक पोशाकों में सजे युवक दो दलों में बंटकर छड़ियों से लयबद्ध ताल में प्रदर्शन करते हैं। यह नृत्य न केवल मनोरंजन का माध्यम है, बल्कि हिमाचली विरासत को जीवंत रखने का प्रतीक भी है।
इस कार्यक्रम को देखने के लिए भारी संख्या में दर्शक एकत्र हुए, जिन्होंने कलाकारों के साहस और कलात्मकता की सराहना की।
शूलिनी मेले में इस तरह की प्रस्तुतियाँ यह सिद्ध करती हैं कि आधुनिकता के इस युग में भी हिमाचल की लोक परंपराएँ जीवित हैं और नई पीढ़ी इन्हें गर्व से आगे बढ़ा रही है।