सोलन में सजी श्रद्धा की शान: शूलिनी मेले का भव्य शुभारंभ, सांस्कृतिक विरासत की जीवंत मिसाल बना सोलन का शूलिनी मेला

सोलन मदन शर्मा (20 जून, 2025)
हिमाचल प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक शूलिनी मेला शुक्रवार को सोलन में श्रद्धा और उत्साह के साथ आरंभ हुआ। मां शूलिनी को समर्पित इस सदी पुराने मेले की शुरुआत पारंपरिक शोभायात्रा से हुई, जिसमें हजारों श्रद्धालु उत्साहपूर्वक शामिल हुए।

शोभायात्रा का पारंपरिक मार्ग, मां शूलिनी मंदिर से गंज बाजार स्थित मां दुर्गा मंदिर तक तय किया गया। यह मेला हर वर्ष ज्येष्ठ मास के दूसरे शुक्रवार को आयोजित होता है और सोलन की पहचान का एक अहम हिस्सा माना जाता है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने शोभायात्रा में भाग लेने को “आध्यात्मिक सौभाग्य” बताते हुए कहा, “यह मेला हमारी सांस्कृतिक जड़ों को जोड़ता है। मेरी कामना है कि मां शूलिनी सभी प्रदेशवासियों को आशीर्वाद दें और प्रदेश में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहे।”
सुरक्षा और प्रशासनिक प्रबंध
मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। एसपी गौरव सिंह ने बताया कि सुरक्षा, यातायात और भीड़ नियंत्रण को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं। सोलन में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल और ट्रैफिक स्टाफ तैनात किया गया है।
मेले की रौनक और सांस्कृतिक रंग
तीन दिवसीय यह मेला सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक गतिविधियों का भी केंद्र होता है। लोकनृत्य, संगीत, पारंपरिक हस्तशिल्प, और स्थानीय व्यंजनों के स्टॉल इस आयोजन को जीवंत बना देते हैं। हालांकि मॉल रोड और राजगढ़ रोड पर अनधिकृत विक्रेताओं की भीड़ प्रशासन के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर कई प्रमुख नेता और अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें विधायक धनी राम शांडिल, राम कुमार चौधरी, बावा हरदीप सिंह, सोलन मेयर उषा शर्मा, बैंक अध्यक्ष अरुण शर्मा और मुकेश शर्मा शामिल हैं। कांग्रेस नेता सुरिंदर सेठी और शिव कुमार की मौजूदगी भी मेले में रही।
स्थानीय जनता की भावनाएं
स्थानीय नागरिकों ने मेले की पारंपरिक गरिमा की सराहना करते हुए, बढ़ते ट्रैफिक जाम और अनधिकृत स्ट्रीट वेंडरों को लेकर चिंता जाहिर की है। नगर निगम की ओर से लोगों को फर्जी टिकट और धोखाधड़ी से सावधान रहने की अपील की गई है।