शिमला : मदन शर्मा 11 सितम्बर
हिमाचल एक अमीर राज्य था, जो भाजपा की गलत नीतियों के कारण गरीब हो गया है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को विधानसभा में मंगलवार को नियम 130 के तहत राज्य की आर्थिक स्थिति पर दो दिन तक हुई चर्चा का जवाब देते हुए यह बात कही। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि हिमाचल में कोई आर्थिक संकट नहीं है, बल्कि कैश फ्लो मिस-मैच हुआ है और सरकार इसे कंट्रोल करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश आर्थिक संकट से उबर चुका है और अब वित्तीय अनुशासन के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए कड़े फैसले लेने होंगे। उन्होंने प्रदेश की जनता से भी अपील की कि वह सरकार के इन फैसलों के साथ खड़े हों। उन्होंने कहा कि सरकार के इन फैसलों से ही हिमाचल वर्ष 2027 तक आत्मनिर्भर बन सकेगा। उन्होंने प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए धारा 118 को और लचीला बनाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार इस समय कर्मचारियों के वेतन और पैंशन पर हर साल 27 हजार करोड़ रुपए खर्च कर रही है। इसके अलावा निगमों और बोर्डों में भी वेतन और पैंशन पर हर साल 3300 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनपीएस का 10600 करोड़ रुपए पीएफआरए के पास पड़ा है। इसमें से 600 करोड़ रुपए प्रदेश सरकार का है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस पैसे को वापस लेने के लिए खुद केंद्र सरकार से मामला उठाएंगे।
विपक्ष किया वाकआऊट
मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने यह कहते हुए सदन से वाकआऊट किया कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए गारंटियों के नाम पर झूठ बोला है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री में जरा भी नैतिकता है तो वह प्रदेश की जनता से झूठ बोलने तथा गुमराह करने के लिए माफी मांगें। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने सदन में नारेबाजी भी की और बाहर चले गए।
वाटर सैस के लिए सरकार नया कानून लाएगी
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के आय के संसाधन बढ़ाने और प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसके लिए जहां आबकारी नीति में संशोधन किया है, वहीं डीजल पर 2 बार वैट बढ़ाया गया और राज्य की न्यू मिनरल पालिसी भी तैयार की गई। उन्होंने कहा कि सरकार शानन पन बिजली परियोजना को हासिल करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। इसके अलावा वाटर सैस के लिए सरकार जल्द ही नया कानून लाएगी।
प्रदेश की संपदा को नहीं लुटने देगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली पर प्रदेश में 14 प्रकार की सबसिडी दी जा रही है, जिसमें से उनकी सरकार ने पांच तरह की सबसिडी का युक्तिकरण कर दिया है और शेष सबसिडी का भी युक्तिकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार मेडिकल डिवाइस पार्क के नाम पर प्रदेश की संपदा को नहीं लुटने देगी। मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को पेशकश की कि वह प्रदेश हित के लिए उनके नेतृत्व में भी केंद्र से मदद मांगने के लिए दिल्ली जाने को तैयार हैं।
झूठ बोलने के लिए माफी मांगें: जयराम
इससे पूर्व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने जवाब के बीच दखल देते हुए कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने के लिए कोई झूठ नहीं बोला। उन्होंने सरकार पर सी.पी.एस. को बचाने के लिए 6 करोड़ रुपए की फिजूलखर्ची का आरोप लगाया और कहा कि विपक्ष को नैतिकता का पाठ पढ़ाने वालों को खुद अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री ने जरा भी नैतिकता है तो वह प्रदेश की जनता से झूठ बोलने के लिए माफी मांंगें।
दिशाहीन हो गया है भाजपा विधायक दल: अग्निहोत्री
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने विपक्ष के वाकआऊट की निंदा करते हुए कहा कि भाजपा विधायक दल दिशाहीन हो गया है। उन्होंने कहा कि आज सदन में वाकआऊट का कोई माहौल नहीं था, इसके बावजूद विपक्ष ने सुर्खियों में बने रहने के लिए वाकआऊट किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल विधानसभा की उच्च परंपराएं रही हैं और आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ कि सत्र की समाप्ति पर विपक्ष सदन में न हो। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगे से ऐसा नहीं होगा।
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