जनजातीय जिला किन्नौर में पशु चिकित्सालय इकाई दे रही उल्लेखनीय योगदान पशुपालकों के लिए समय-समय पर जागरूकता शिविर आयोजित

ब्रह्मू राम सरेना रिकांग पिओ 23 जुलाई, 2025

जिला किन्नौर में वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा पशुपालकों विशेषकर महिलाओं के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं ताकि ग्रामीण लोग पशुपालन व्यवसाय से अपनी आजीविका चला सकें और प्रति व्यक्ति आय में इज़ाफा हो सके।

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा देश में पहली बार दूध के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित कर एक अग्रणी पहल की है तथा गाय का दूध 51 रुपए प्रति लीटर व भैंस का दूध 61 रुपए प्रति लीटर घोषित करने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिला है।

इसी कड़ी के दृष्टिगत राज्य सरकार द्वारा मोबाइल पशु चिकित्सालय इकाई द्वारा जनजातीय एवं दुर्गम क्षेत्रों में पशुपालकों को घर-द्वार पर पशु चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं जिसमें एक पशु चिकित्सा अधिकारी, एक पशु फार्मासिस्ट और एक वाहन चालक की टीम निरंतर कार्यरत है। जिला किन्नौर में मोबाइल पशु चिकित्सालय सेवाएं 08 अप्रैल, 2024 से उपलब्ध करवाई जा रही हैं तथा जिला के 03 विकास खंड पूह, कल्पा व निचार के सभी गांव के पशुपालकों को इस सेवा का लाभ मिल रहा है।

उपनिदेशक पशुपालन डॉ. अजय नेगी ने बताया कि अब तक इस मोबाइल चिकित्सालय इकाई ने 500 पशुपालकों को सेवाएं दी हैं और पशुपालकों को निःशुल्क दवाईयां विभाग द्वारा वितरित की गई हैं जिससे उनकी आर्थिकी को संबल प्रदान हुआ है। उन्होंने बताया कि पशुपालक किसी भी जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर: 1962 पर सम्पर्क कर सकते हैं।

डॉ. अजय नेगी ने बताया कि पशुपालन विभाग द्वारा जिला में समय-समय पर जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाता है तथा पशुपालकों के साथ सीधे संवाद के माध्यम से उनके संशय दूर किए जाते हैं और उन्हें प्रदेश सरकार की विभिन्न जन हितैषी एवं अनुदान की योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाती है।

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